चीन की SIAC मोटर्स की सब्सिडरी कंपनी MG Motors भारत में अपनी व्यक्तिगत बोर्ड हिस्सेदारी कम करने की सोच रही है। सीधे शब्दों में कहें तो अब कंपनी के भारतीय कारोबार में स्थानीय कंपनियों को जुड़ने का मौका मिलेगा।
भारत में कारोबार कर रही चीन की कंपनियों को कई अलग अलग चुनौतियों का सामान करना पड़ रहा है। सूत्रों के मुताबिक कंपनियों चीन से स्पेयर पार्ट्स के आयात से लेकर टैक्स, इन्वेस्टमेंट और हेवी ड्यूटी जैसी चीजों को लेकर अक्सर ही सरकार से अनुमति लेने में परेशानी होती है।
MG Motors को भारत में अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए अपनी ही पैरेंट कंपनी से फंडिंग लेने के लिए दिक्कत का सामान करना पड़ रहा है। दो साल से लगे सैंक्शन की वजह से इसमें कोई भी सफलता नहीं मिल सकी है। ऐसे में अब सिर्फ एक ही उपाय बचा है और वो है स्थानीय कंपनियों से शेयर के बदले फंडिंग जुटना, इसके लिए एमजी मोटर्स कई बड़ी भारतीय कंपनियों से बात कर रही है।
जानकारी के मुताबिक अगले दो साल में कंपनी का भारतीय कारोबार पूरी तरह से स्थानीय कंपनियों के पास होगा, इससे सप्लाई चेन को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी। जहां तक बात भारतीय कंपनियों से डील की है तो इसके लिए एक साल तक का समय लग सकता है।
General मोटर्स से टेकओवर किए गए MG मोटर्स के गुजरात के हलोल स्थित मैन्युफैक्चरिंग प्लांट की सालाना क्षमता 1.2 लाख यूनिट्स है, इसके साथ एक और प्लांट लगाने पर चर्चा चल रही है। नए मैन्युफैक्चरिंग प्लांट के स्थापित होने पर 1.2 लाख यूनिट्स प्रोडक्शन को 3 लाख यूनिट्स तक लेकर जाया जा सकता है।
शुरुआती दौर में कंपनी अपने लोकल पार्टनर और इन्वेस्टर्स से 5000 करोड़ रुपए जुटाने का प्लान लेकर चलने वाली है,इसके लिए 2 से 4 साल तक का समय लग सकता है। सूत्रों के मुताबिक Reliance industries, JSW group, Premji invest और Hero group MG मोटर्स के भारतीय बोर्ड में हिस्सेदारी के लिए आगे आ सकते हैं।
ये भी पढ़ें: लॉन्च के 10 महीने बाद लीक हुए Toyota Urban Cruiser Hyryder के ये फीचर्स! नहीं…
भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट में MG motors के कुल 6 अलग अलग कारों की बिक्री होती है, इसमें MG Hector, MG Hector plus, MG Astor, MG ZS ev, MG Gloster और हाल ही में लॉन्च हुई MG Comet ev शामिल है। मैन्युफैक्चरिंग में इलेक्ट्रिक कारों को तरजीह देने को सोच रही कंपनी अगले कुछ समय में 4 से 5 कारों को लॉन्च कर सकती है, इसमें इलेक्ट्रिक कार्स की हिस्सेदारी 65 से 75 फीसदी रहने की उम्मीद है।
कारोबार में इजाफा करने के साथ ही अगले कुछ सालों में सेल मैन्युफैक्चरिंग और हाइड्रोजन फ्यूल सेल के निर्माण पर भी फोकस करने वाली है। इन सभी चीजों के समय से पूरा होने पर साल 2028 तक MG Motors 20 हजार लोगों को रोजगार देने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
Latest posts:-
- लॉन्च हो रही है अमोनिया से चलने वाली कार इंजन, हवा में प्रदूषक गैस 90% कम हो जायेगा!
- सिर्फ 2 दिन का इंतजार शेष, Hero अपनी नई फ्लैगशिप बाइक से पर्दा उठाने वाली है
- Mahindra Supro Excel: कमाल का माइलेज, महिंद्रा ने 6 लाख में लॉन्च किया सुपर मिनी ट्रक
- भाई खरीदने से पहले जान लो Royal Enfield Shotgun 650 की ये दिक्कत, वरना होगा पछतावा
- Volvo ने जनवरी में इलेक्ट्रिक कारों को छोड़कर सभी चार पहिया वाहनों की कीमत में कि बढ़ोतरी