Accident Saftey Car:महिंद्रा की यह कार नींद को भगाएगी दूर, दुर्घटना के नहीं होंगे चांस

Accident Saftey Car:नींद के चलते होने वाले सड़क हादसे बहुत खतरनाक होते हैं और इससे बचना बहुत जरूरी है। एक ड्राइवर को हमेशा संयम बनाए रखना चाहिए और यदि वे लंबे सफर पर निकलने जा रहे हैं तो वे अपनी यात्रा के बीच-बीच में ठीक से विश्राम ले लेने चाहिए। यदि कोई ड्राइवर नींद से जूझ रहा है तो उन्हें गाड़ी चलाना बंद कर देना चाहिए और अगले सुरक्षित स्थान पर खड़े होना चाहिए। यदि ड्राइवर नींद से जूझ रहा है तो वे किसी दूसरे संचार माध्यम का उपयोग करके अपने परिवार या दोस्तों से संपर्क कर सकते हैं और सहायता मांग सकते हैं।

ड्राइवर को नींद से जागरूक रहना बहुत जरूरी है ताकि वे खुद को और अन्य सड़क यात्रियों को सुरक्षित रख सकें। सुरक्षित यात्रा के लिए, समय-समय पर ठीक से विश्राम लेने के लिए दूरी अंतराल में ठहराव लेना बहुत जरूरी होता है

हाल ही में कुछ कार कंपनियों ने अपनी कारों में एक नया फीचर जोड़ा है, जिसे “ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम” कहा जाता है। इस फीचर का मुख्य उद्देश्य यह है कि वह ड्राइवर को नींद नहीं आने देगा और यदि ड्राइवर नींद में हो जाता है, तो यह सिस्टम उसे चेतावनी देगा।

इस फीचर को कार में इंस्टॉल किया जाता है और यह ड्राइवर के चेहरे को स्कैन करता है। फिर इसके बाद यह ड्राइवर के आंखों के आवेश को निगरानी करता है। अगर यह सिस्टम ड्राइवर के चेहरे में आवेश नहीं देखता है, तो फीचर ड्राइवर को सुरक्षित मानता है और अगले व्यवहार को बिना किसी चेतावनी के जारी कर देता है।

लेकिन यदि इस सिस्टम को ड्राइवर के आवेश में कोई भ्रम होता है तो फीचर उसे चेतावनी देने के लिए तैयार हो जाता है। इस फीचर के उपयोग से ड्राइवर के चेहरे को स्कैन करके, इसे उन गाड़ियों में लगाया जा सकता है.एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (ADAS) एक टेक्नोलॉजी है जो गाड़ी के साथ-साथ ड्राइवर के सुरक्षा को बढ़ाता है जैसे कि फ्रंट कैमरा, सेंसर्स और लेजर रेडार इत्यादि के उपयोग से स्वचालित तरीके से ड्राइविंग फंक्शंस को कंट्रोल करता है. ड्राइवर ड्राउजिनेस डिटेक्शन (DDD) फीचर, जो अब महिंद्रा की कुछ एसयूवी में उपलब्ध है, एक ड्राइवर के नींद आने की स्थिति को ट्रैक करता है और सुरक्षा उपाय करता है। जब ड्राइवर को नींद आने की स्थिति का एहसास होता है, तो उन्हें स्टीयरिंग व्हील पर वाइब्रेशन अलर्ट दिया जाता है जो उन्हें जागरूक करता है। इसके अलावा, कार में लगातार अलार्म बजता रहता है ताकि उन्हें सोने से रोका जा सके और बड़े हादसे से बचा जा सके।

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पूजा कांजानी पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने डिजिटल मीडिया से अपने करियर की शुरुआत की। यही नहीं उन्होंने बतौर टीवी ऐंकर भी कार्य किया है। इन 3 वर्षों के करियर में लाइफस्टाइल, ऑटो-गैजेट्स, धार्मिक, फीचर्स तथा राजनीति पर अपने लेख लिख चुकी हैं। यही नहीं वे हिंदी पर ज़बरदस्त पकड़ और शब्दों के साथ खेलने का हुनर भी रखती है।