ट्रैफिक और Toll Tax कलेक्शन में दिल्ली के लोगों को मिलने वाली है 9,000 करोड़ रुपये वाली राहत?

toll-tax

Toll Tax: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तरफ से समय-समय पर आम जनता के लिए कुछ न कुछ नया पेश किया जाता है इसमें कुछ बदलाव भी शामिल होते हैं। इन बदलावों को जाहिर तौर पर आम जनता की सहूलियत के लिए लाया जाता है। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin gadkari) ने बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली में बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे का काम अगले तीन से चार महीनों में पूरा हो जाएगा, इसके बनने से दिल्लीवासियों को बड़ी रहत मिलने की उम्मीद है।

नितिन गडकरी ने आगे कहा है की इस पहले ‘एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे’ से दिल्ली-गुरुग्राम के बीच ट्रैफिक का दबाव कम होगा और कम से कम समय में यात्रा भी पूरी की जा सकेगी। साझा की गई जानकारी के मुताबिक एक्सप्रेसवे का काम चार ‘चरणों’ में पूरा होगा। इस एक्सप्रेसवे पर टोल कलेक्शन की प्रक्रिया पूरी तरह से ऑटोमैटिक होगी। द्वारका एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 29 किलोमीटर है इसमें 18.9 किलोमीटर क्षेत्रफल हरियाणा (Haryana) में जबकि बाकी 10.1 किलोमीटर दिल्ली (Delhi) में पड़ता है।

द्वारका एक्सप्रेसवे NH-8 से दिल्‍ली के महिपालपुर के पास से शुरू होते हुए फिर राष्ट्रीय राजमार्ग (NH) संख्या आठ पर गुरुग्राम खेड़की-दौला गांव के पास बने टोल प्लाजा के पास खत्म होगा। जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक द्वारका एक्सप्रेसवे को बनाने में 9,000 करोड़ रुपये खर्च हुए हैं। इसे 4 हिस्सों में बांटा गया है यह एक्सप्रेसवे के हरियाणा वाले हिस्से में 99 फीसदी काम पूरा हो चुका है वहीं, दिल्ली का काम भी 93 फीसदी के करीब हो चुका है। माना जा रहा है कि हरियाणा के हिस्से को जुलाई में खोला जा सकता है वहीं, दिल्ली वाला हिस्सा इस साल के अंत तक चालू किया जा सकता है। इसके निर्माण में 20 लाख एमटी (MT) स्टील का उपयोग किया गया है, जोकि एफिल टावर में लगे स्टील से 28 गुना तक अधिक है।

ये भी पढ़ें: Jaguar Land Rover वाले फीचर्स लेकर लॉन्च होगी Tata Harrier EV, 30 लाख रुपये…

आपको बता दें की टोल टैक्स (Toll Tax) वसूली में अक्सर ही होने वाली परेशानियों को देखते हुए द्वारका एक्सप्रेसवे को ऑटोमैटिक सिस्टम से लैश किया जा रहा है। इससे कम से कम समय में टोल कलेक्शन किया जा सकेगा और गाड़ी मालिकों का भी समय बचेगा, जिसका सीधा असर देश की अर्थव्यस्था पर देखने को मिलेगा। बाकी राष्ट्रिय राजमार्गों पर भी जल्द ही ये सुविधा लागू हो सकती है।

Latest posts:-

जया सिंह पिछले 3 सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2020 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। इलेक्ट्रॉनिक से लेकर डिजिटल मीडिया का अनुभव रखती हैं। अपने करियर में ऑटो-गैजेट्स आदि पर लेख लिख चुकी हैं। फिलहाल, जया सिंह ऑटो खबरी की ऑटो न्यूज वेब साइट में बतौर लेखक काम कर रही हैं।