पेट्रोल और डीजल जैसे जीवाश्म ईंधन के लिए भारत हमेशा दूसरे देशों पर निर्भर रहा है। देश के विदेशी मुद्रा
भंडार का अधिकांश हिस्सा पेट्रोलियम के आयात पर खर्च होता है। इसीलिए इस देश में पेट्रोल-डीजल के
दाम अत्यधिक हैं। ताकि ऊर्जा की जरूरत को पूरा किया जा सके और इस संबंध में दूसरे देशों पर निर्भरता
कम की जा सके सीएनजी यानी नेचुरल गैस का इस्तेमाल लंबे समय से शुरू किया जा रहा है। इस प्राकृतिक
गैस का उपयोग इस देश की सड़कों पर चलने वाले विभिन्न वाहनों में किया जाता है। एक ओर जहां कुछ
पैसे बचाने का अवसर है, वहीं पर्यावरण को कुछ राहत देना भी संभव है। टाटा मोटर्स ने पिछले महीने दिल्ली
में हुए ऑटो एक्सपो में अपने दो पॉपुलर मॉडल्स के सीएनजी वेरिएंट्स को शोकेस किया था। पहली है प्रीमियम
हैचबैक अल्ट्रोज़ और दूसरी है माइक्रो एसयूवी मॉडल-पंच। इस प्रकार के वाहन ने पिछले साल फरवरी में
टियागो और टिगोर के सीएनजी संस्करणों के लॉन्च के साथ बाजार में प्रवेश किया टाटा ने किया। अब वे बाजार
में अल्ट्रोज सीएनजी और पंच सीएनजी ला रहे हैं। जून में हो सकती है लॉन्चिंग इन दो धाकड़ गाड़ियों की