प्रदूषण को रोकने के लिए पूरी दुनिया में इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है, भारत में भी लगभग यही
स्थिति है। लेकिन जिस तरह से पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहन के लिए पंप की जरुरत हैं, उसी तरह इलेक्ट्रिक
वाहनों के लिए इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन की आवस्यकता है। जिसे इलेक्ट्रिक वाहन कंपनियां अभी तक महसूस नहीं
कर पाई हैं। इस बार देश की प्रमुख इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर कंपनियों में से एक एथर एनर्जी ने ईवी चार्जिंग स्टेशन बनाने
के लिए अपनी नई पहल का ऐलान किया है। ईथर ने कहा कि वह 2023 तक भारत में 2,500 से अधिक चार्जिंग
स्टेशन बनाएगा, उन्होंने काम शुरू कर दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी द्वारा अब तक देश के 80 शहरों में 1,000
ईवी चार्जिंग स्टेशन लगाने का काम पूरा कर लिया है। एक आधिकारिक बयान में कहा, उसका फास्ट चार्जिंग स्टेशन
यानी ईथर ग्रिड वर्तमान में भारत में सबसे बड़ा दोपहिया चार्जिंग नेटवर्क है। जिनमें से 60% देश के द्वितीय और तृतीय
लेवल के शहरों में भी स्थित हैं। एथर एनर्जी के मुख्य व्यवसाय अधिकारी रवनीत फोकेला ने कहा, भारत में "इलेक्ट्रिक
वाहनों को अपनाने में तेजी लाने के लिए एक मजबूत चार्जिंग बुनियादी ढांचा महत्वपूर्ण है।" जिसके लिए और लोगों को आना चाहिए